- 2 Posts
- 11 Comments
क्या करें, कहां जाएं, क्या खाए, क्या पहने कुछ भी तो अब बस में नहीं है. अंडे वाले से दो अंडे का ऑमलेट बनाने को कहा तो, ऑमलेट बनाने से पहले कहने लगा प्याज के साथ 20 रुपये का और प्याज बिना 15 रुपये का. ऑफिस जाने के लिए ऑटो वाले को रुकाया तो पहले ही बोलने लगा भाई शाहब मीटर पुराना है रीडिंग कम बताएगा, नए मीटर के हिसाब से ज़्यादा पैसे होंगे. नए कपड़े खरीदने गए तो सभी जगह सेल के बड़े – बड़े बोर्ड लगे थे. मन खुश हो गया लेकिन जब डिस्काउंटेड रेट देखे तो होश उड़ गए. सेल के बाद भी ऐसा लग रहा था कि दुकानदार लूट रहें हैं.
आजकल का आलम यह है कि दीमाक की बत्ती भी गुल होने लगी है, अब मेंटोस का भी कुछ असर नहीं होता. बस यह कहने का दिल करता है.
महंगाई रे महंगाई यह कैसी दुहाई
तू तो प्याज से ज़्यादा रुलाए
पिछले दो दिनों से हालत ज़्यादा खराब है, अरे भाई वेलेंटाइन डे आ रहा है. मेरा दोस्त प्रवीण खुश हो रहा था कि इस बार किसी न किसी से वह प्यार का इज़हार ज़रूर करेगा. लेकिन कोई उसे बताए कि मैं आजकल बिल्कुल भी खुश नहीं हूं. अरे भाई क्यों खुश हो जाऊँ वेलेंटाइन डे मतलब जेब खाली.
शो जाने दो, छुप जाने दो, लहरों में कहीं डूब जाने दो
शोर न करों यारों, आँख न लगी,
बहल जाने दो यार, जल में कहीं
मन तो यही कर रहा है कहीं जल में समाधी ले लूँ लेकिन मारने से डर लगता है. लेकिन करूं तो क्या? इतनी मेहनत से हम कमाएं और मैडम को खर्च करने में ज़रा सा भी टाइम नहीं लगता और ऊपर से यह वेलेंटाइन डे की मुसीबत. एक अच्छा सा गिफ्ट, फिर डेट का खर्चा और अंत में किसी बड़े से होटल में केंडल लाईट डिनर. कम से कम एक दिन में 7 से 8 हरी पत्ति स्वाहा. यही नहीं मिस से मिलने जाना है तो एक अच्छी सी ड्रेस हम भी तो खरीदेंगें, स्मार्ट दिखना सभी का हक है “हमारा फंडामेंटल राईट.” मतलब फिर से खर्चा बड़ा. ऐसे में छुप जाने में ही भलाई है. मैं तो यही कर रहा हूं 14 तारीख को. सबसे पहले एक दिन पहले ही अपना फोन स्विच करूँगा उस दिन किया तो शक हो जाएगा, साथ-साथ एक दिन पहले की पीसीओ से फोन कर के बता दूँगा की मोबाइल खराब हो गया है रिपेयर के लिए दिया है, फिर किसी दोस्त के यहां चले जाऊंगा, घर में रहने में खतरा है कहीं वेलेंटाइन क्वीन (जागरण की नहीं मेरी) घर आ गयी तो पहले पिटाई फिर जेब खर्च.
हाँ एक चीज़ है जो मेरी किस्मत बदल सकती है, कहीं अगर में वेलेंटाइन किंग बन गया तो मेरी भी बल्ले – बल्ले हो जाएगा. सबसे पहले मिलेगा एक बड़ा सा गिफ्ट, जो मैं अपनी मैडम को वेलेंटाइन में गिफ्ट कर दूँगा, मतलब गिफ्ट का खर्चा बचा और अगर मैंने कॉन्टेस्ट जीता तो मेरी वाह – वाही होगी ही. मैं राजा बन जाऊंगा जिसके पीछे तो सारी दुनिया होती है, फिर मेरी मैडम भी मेरे पीछे होगी. मैं उसे गिफ्ट दे दूँगा और वह मुझे पार्टी दे देगी. मतलब जेब नहीं होगी खाली.
हे जागरण जंक्शन परिवार समूह के लोगों मेरी आपसे गुजारिश है कि मुझे वेलेंटाइन किंग बना दो मैं आप सब के ब्लॉग में रोज़ दो – दो कमेंट करूँगा. इससे ज़्यादा मैं नहीं कर सकता महंगाई का ज़माना है समझा करों मेरे दोस्त.
Read Comments